जम्मू
नदी-नालों से घुसपैठ की फिराक में आतंकी

नव जम्मू समाचार
जम्मू, 28 जुलाई: पंजाब के दीनानगर में दिल दहला देने वाले आतंकी हमले के बाद खतरा अभी टला नहीं हैं। आतंकवादी हर तरह से कोशिश कर रहे हैं घुसपैंठ करने की। उन्हें जो भी रास्ता मिल रहा है वो उसे अपना रहे हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) या फिर अंतर्राष्ट्रीय सीमारेखा (आईबी) दोनों ही रास्तों से आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में घुसपैंठ करने के प्रयास जारी रखे हैं। अब सूचनाये है कि आतंकी पानी के रास्ते घुसपैंठ करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई आतंकवादियों का साथ दे रही है और उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। भारतीय खुफिया ऐजेंसियों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि पाकिस्तान के एबटाबाद में पाक की बलूचिस्तान बटालियन में आतंकियों को यह ट्रेनिंग दी जा रही है। एबटाबाद वही जगह है जहां अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारा था।
खुफिया ऐजेंसियों के सूत्रों के अनुसार एबटाबाद में पाकिस्तान की दस बलूचिस्तान बटालियन तैनात है। यहां पर लशकर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिादन, जैश-ए-मोहम्मद के करीब दो सौ आतंकियों को अंडर वाटर ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें आतंकियों को नदी-नालों में से किस तरह से घुसपैंठ की जाती है, यह बताया जा रहा है। आतंकियों को यह भी बताया जा रहा है कि नदी-नालों में कितना पानी हो तो वे घुसपैंठ कर सकते हैं।
एलओसी पर करीब पांच सौ ऐसी जगहें हैं जहां से नदी नाले पाकिस्तान में जाते हैं। इसमें चिनाब दरिया, तवी नदी, राजोरी की मनावर तवी, सांबा का बंसतर नाला और कठुआ के नाले शामिल हैं। इन संभावनाओ को देखते हुए घुसपैंठ के संभावित ठिकानों सहित एलओसी तथा आईबी दोनों ही रास्तों पर सुरक्षा चैकसी बढ़ा दी गयी हैं।
|